Tuesday 24 December 2013



भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में अब , सुकूंन खो गया है कहीं ,

सब कुछ है पास में , फिर भी , बहुत कुछ खो गया है कहीं ,

हालात कुछ ऐसे हुए हैं , ज़िन्दगी के अब ,

कि साँसे तो हैं , जिस्म भी जाग रहा है अभी ,

लेकिन ये " रूह " है ~ ♥ कल्प ♥ ~ कि खो गयी है कहीं !!

~ ♥ कल्प ♥ ~ 

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